ترجمة سورة التكاثر

ترجمة سهيل فاروق خان (Suhel Farooq Khan)

أَلْهَاكُمُ التَّكَاثُرُ 1

कुल व माल की बहुतायत ने तुम लोगों को ग़ाफ़िल रखा

حَتَّىٰ زُرْتُمُ الْمَقَابِرَ 2

यहाँ तक कि तुम लोगों ने कब्रें देखी (मर गए)

كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ 3

देखो तुमको अनक़रीब ही मालुम हो जाएगा

ثُمَّ كَلَّا سَوْفَ تَعْلَمُونَ 4

फिर देखो तुम्हें अनक़रीब ही मालूम हो जाएगा

كَلَّا لَوْ تَعْلَمُونَ عِلْمَ الْيَقِينِ 5

देखो अगर तुमको यक़ीनी तौर पर मालूम होता (तो हरगिज़ ग़ाफिल न होते)

لَتَرَوُنَّ الْجَحِيمَ 6

तुम लोग ज़रूर दोज़ख़ को देखोगे

ثُمَّ لَتَرَوُنَّهَا عَيْنَ الْيَقِينِ 7

फिर तुम लोग यक़ीनी देखना देखोगे

ثُمَّ لَتُسْأَلُنَّ يَوْمَئِذٍ عَنِ النَّعِيمِ 8

फिर तुमसे नेअमतों के बारें ज़रूर बाज़ पुर्स की जाएगी